
प्रभात दास का पहला लक्ष्य 26 फरवरी को महाकुंभ पहुंचकर शाही स्नान में भाग लेना है। इसके बाद वे पंजाब में किसानों के आंदोलन में शामिल होंगे। उनका उद्देश्य पश्चिम बंगाल के किसानों की समस्याओं और उनकी स्थिति को आंदोलनरत किसानों तक पहुंचाना है। साथ ही वे भारत की स्वतंत्रता की रक्षा और सूचना के अधिकार कानून को बनाए रखने को लेकर भी लोगों को जागरूक करना चाहते हैं।
प्रभात दास लंबे समय से समाजसेवा से जुड़े हुए हैं। वे किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए एक गैर-सरकारी संगठन (NGO) के साथ भी कार्य कर रहे हैं। इससे पहले वे कांग्रेस नेता राहुल गांधी की “भारत जोड़ो यात्रा” के तहत कोहिमा से किशनगंज तक पदयात्रा कर चुके हैं। हालांकि, पारिवारिक कारणों से उन्हें बीच में घर लौटना पड़ा था और वे मुंबई तक नहीं जा सके थे। अब वे उसी अधूरे सपने को पूरा करने के लिए साइकिल से महाकुंभ और पंजाब के लिए रवाना हुए हैं।